हिन्दी सारांश: Sweetest Love I Do Not Goe | John Donne

Hindi Summary: Sweetest Love I Do Not Goe | John Donne


स्वीटेस्ट लव, आई डू नॉट गोएक सामान्य रूपक कविता है जिसे जॉन डन ने लिखा है। इस प्रेम कविता में कवि सच्चे प्रेम की शक्ति को चित्रित करता है।
कवि अपनी प्रेयसी से कहता है कि वह ये सोचकर भाग नहीं रहा है कि वह उससे तंग आ चुका या उसे एक बेहतर प्यार या “फिटर लव” मिलने की उम्मीद है। वह जा रहा है क्योंकि वह आनंद की अवस्था में मरने की इच्छा रखता है। वह चाहता है कि जब मौत वास्तव में आये तो वह मौत का सामना करने के लिए पूर्णतः तैयार  हो।

कवि अपने प्रिय को विश्वास दिलाता है कि वह ठीक वैसे ही वापस आएगा जैसे सूरज रोज वापस आता है। कवि उससे वादा करता है कि उसकी वापसी सूरज से भी तेज होगी क्योंकि उसके पास जल्दी लौटने की वजह है।

कवि अपनी प्रेमिका से कहता है कि वह उसके जाने का शोक न मनाये। उसे दुःखी देखकर कवि का मन भी व्यथित होता है।
वह उससे कहता है कि वह उसके पास ही मौजूद रहेगा। दोनों आत्मा से एक-दूसरे से जुड़े हैं इसलिए अलग होने का कोई सवाल नहीं है। मृत्यु का कोई सवाल नहीं है।

कवि अंत में यह निष्कर्ष देता है कि प्रेम अमर है।

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