Hindi Summary: Now the Leaves are Falling Fast | W. H. Auden – Bihar Board 12th | 100 Marks English | by Malendra Sir
कविता “Now the Leaves are Falling Fast” W. H. Auden द्वारा रचित है।
यह कविता प्रकृति के बारे में है।
कवि शरद ऋतु को बुढ़ापे के आगमन और मनुष्यों की मृत्यु के रूप में देखते हैं
वे मानव जीवन में निहित कुंठाओं के बारे में बात कर रहे हैं, जिसे मनुष्य जीवन भर ढोता है और अंत में मर जाता है।
कवि कहते हैं कि हम इंसान ऐसे यात्रियों की तरह हैं जो बूढ़े हो रहे हैं, थके हुए हैं और कब्रिस्तान की ओर जा रहे हैं।
वे आगे कहते हैं कि जब पेड़ से पत्ते गिरते हैं, तो जंगल बेजान हो जाते हैं।
कोयल गूंगी हो जाती है।
उसी तरह, एक आदमी अपनी अधूरी इच्छाओं के साथ बोझिल हो जाता है,
शारीरिक रूप से कमजोर और निष्क्रिय हो जाता है और अंत में लोगों की भीड़ से अलग हो जाता है।
लेकिन कवि एक आशावादी दृष्टिकोण दिखाता है कि हमारे सपने हमें इस तरह पुकारते हैं मानो झरनों की मधुर ध्वनि सुनाई दे रही हो।
इस प्रकार हम देखते हैं कि यह कविता निराशावाद और आशावाद का मिश्रण है।