Hindi Summary: My Grand mother’s House | Kamala Das – Bihar Board 12th | 100 Marks English | by Malendra Sir
“My Grand Mother’s House” प्रसिद्ध कवयित्री कमला दास द्वारा रचित एक सुंदर कविता है।
इस कविता में, वह दादी के घर में बिताए खुशनुमा दिनों को याद करती है,
जहाँ उनकी दादी हमेशा उन पर अपना प्यार और स्नेह बरसाती थीं।
कवयित्री कहती हैं कि उसकी दादी का घर प्रेम और अंतरंगता का निवास था।
उसने वहां अथाह स्वतंत्रता का आनंद लिया।
उसकी शादी के बाद, कवयित्री उस घर से चली गई लेकिन वह उतनी खुश कभी कभी नहीं रही जितना वह अपनी दादी माँ के घर रहती थी।
इसलिए, वह अपनी दादी माँ के घर और वहां के प्यार भरे माहौल के बारे में सोचते हुए उदासीन हो जाती है।
अब कवयित्री की दादी नहीं रही।
फिर भी कवयित्री वहाँ जाने की इच्छा रखती है।
वह वहाँ की सर्द हवाओं के झोंकों को सुनना चाहती है।
वहां की खिड़कियों से बाहर के नज़ारे देखना चाहती है।
कविता के अंत में वह आज के अकेलेपन भरी ज़िन्दगी की कृत्रिमता को भी जाहिर करती हैं।
कमला दास इस छोटी सी कविता के माध्यम से, अपनी दादी के प्रति अपनी भावनाओं को व्यक्त करने में सफल रहती हैं।