हिन्दी सारांश: I Have a Dream | Martin Luther King Jr.


Hindi Summary:  I Have a Dream | Martin Luther King Jr.

“आई हैव अ ड्रीम”, महान नीग्रो नेता मार्टिन लूथर किंग जूनियर (1929-1968) द्वारा दिये गए एक ऐतिहासिक भाषण का अंश है।

यह भाषण उन्होंने 28 अगस्त 1963 को वाशिंगटन डी. सी. के लिंकन मेमोरियल की सीढ़ियों पर दिया था।
1964 में उन्हें शांति का नोबल पुरस्कार दिया गया था, जिसे पाने वाले वे उस समय के सबसे कम उम्र के व्यक्ति थे।
अपने इस भाषण में वे उस समय के अमरिका में  ग़रीबी, उपेक्षा, भेदभाव व असमानता से जूझ रहे नीग्रो लोगों को संबोधित कर रहे हैं।
 अपने भाषण में वे काले लोगों को अमरीकी समाज में अपने अधिकारों के लिए अपनी लड़ाई तब तक जारी रखने को कहते हैं जब तक उन्हें वहां के श्वेत लोगों की तरह नागरिक अधिकार प्राप्त नहीं हो जाते। वे नीग्रो लोगों को अहिंसात्मक एवं शांतिपूर्ण तरीके से अपने आंदोलन को जारी रखने को कहते हैं। अपने भाषण में कुछ गोरे लोगों की उपस्थिति पाकर वे इसे अपनी प्रतीकात्मक जीत बताते हैं और नीग्रो लोगों से गोरे अमरीकियों से नफ़रत नहीं करने को कहते हैं।
इस भाषण में मार्टिन लूथर एक ऐसे अमरीकी समाज के अपने सपने की बात करते हैं जिसमे काले-गोरों के बीच आपसी सद्भाव हो, किसी भी वर्ग का उसके वर्ण के आधार पर शोषण न हो, श्वेत बच्चे काले बच्चों के साथ मिलजुल कर रहें और खेलें। समाज में असमानता की सभी खाइयां मिट जायें।
मार्टिन लूथर का यह ऐतिहासिक भाषण उनके आशावादी रुख को दर्शाता है।
यह भाषण न केवल नीग्रो लोगों को बल्कि दुनिया के उन सभी लोगों को ताकत देता है जो नस्लीय भेदभाव से पीड़ित हैं।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *