Hindi Summary: A pinch of Snuff – Manohar Malgaonkar
‘ए पिंच ऑफ़ स्नफ़‘ मनोहर मलगाओंकर (1913-2010) की लिखी हास्य-विनोद से भरपूर एक रोचक कहानी है।
वह एक जानेमाने उपन्यासकार और लघुकथा लेखक थे। यह कहानी उनकी किताब “Contemporary Indian Short Stories in English” से ली गई है।
नानूकाका इस कहानी का मुख्य पात्र है।
वह कहीं भी किसी भी तरह की परिस्थिति से निबटने की तरकीबों से लैस इंसान है।
नानूकाका दिल्ली में अपनी बहन के घर आता है, क्योंकि उसे दिल्ली में कल्याण मंत्री से मिलना है।
वह मंत्री से मिलने के लिए उसके आवास जाता है, लेकिन घंटों इंतज़ार करने के बाद भी मंत्री उससे नहीं मिलता है और उसे तीन दिन बाद बुलाता है।
अपना काम निकालने के लिए, लौटते हुए नानूकाका किसी राजनीतिक पार्टी के प्रमुख से मिलता है, जिससे उसे पता चलता है कि कल्याण मंत्री के बेटी की शादी निनोर के महाराजा के बेटे से होने वाली है।
वह एक चाल चलता है।
वह अपनी बहन के बेटे को एक भव्य कार किराए पर लेने और अपना ड्राइवर बनने का नाटक करने के लिए कहता है और वह खुद एक ज्योतिषी की तरह कपड़े पहनकर मंत्री के आवास पर पहुँचता है।
वहां विज़िटर्स बुक में, वह खुद को निनोर के महाराजा का राजपुरोहित बताता है और अपना वर्तमान पता लिख कर लौट आता है।
कल्याण मंत्री निनोर के महाराजा के राजपुरोहित का संबोधन देखते ही, ज्योतिषी से मिलने के लिए उतावला हो उठता है और ख़ुद चलकर नानुकाना के निवास पर पहुँच जाता है।
इस प्रकार, नानुकाना मंत्री से आसानी से मिल लेता है।
Ok